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Sunday, September 13, 2020

कंप्यूटर के प्रकार Types of Computers

 कम्प्यूटर का वर्गीकरण (Classification of Computer)


कंप्यूटर का प्रत्यक्ष रूप से सीधा वर्गीकरण (Direct Classification ) करना बहुत ही मुश्किल है। कम्प्यूटर का वर्गीकरण उनके काम काज, प्रयोग , और उद्देश्यों के आधार पर किया सकता है। इसलिए कंप्यूटर का वर्गीकरण हम तीन आधार पर करते है।

1. अनुप्रयोग के आधार पर (Application)

2. उद्देश्य के आधार पर (Purpose)

3. आकर के आधार पर (Size)


(1). अनुप्रयोग के आधार पर कम्प्यूटर का वर्गीकरण (Type of Computer Based on Application)

अनुप्रयोगों के आधार पर कंप्यूटर को तीन भागो में बाटा जा सकता है

(A) एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer )

(B) डिज़िटल कम्प्यूटर (Digital Computer)

(C) हाइब्रिड कम्प्यूटर (Hybrid Computer)


एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer)

इस श्रेणी में वे कंप्यूटर आते है जिनका प्रयोग भौतिक इकाइयों (दाब , तापमान , लंबाई ,आदि ) को मापकर उनको अंको में परिवर्तित करते है। ये कंप्यूटर किसी भी राशि का मापन तुलना के आधार पर करते है। जैसे की थर्मामीटर को गणना नहीं करता है। बल्कि पर के सम्बंधित प्रसार (Relative Expansion) की तुलना करके शरीर के तापमान को मापता है। एनालॉग कॉम्प्यूटर का प्रयोग मुख्य रूप से विज्ञानं और इंजीनरिंग के क्षेत्रो में किया जाता है। क्योकि इन क्षेत्रो में मात्राओ का अधिक प्रयोग किया जाता है। इस प्रकार के कंप्यूटर केवल अनुमानित अनुमान ही देते है।  जैसे - किसी पेट्रोल पंप पर लगा  एनालॉग कंप्यूटर पंप से निकलने वाले पेट्रोल की मात्रा को मापता है और लीटर में दिखता है। और उसके मूल्य की गणना करता है।

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डिजिटल कॉम्प्यूटर (Digital Computer)

इस श्रेणी में वे कंप्यूटर आते है जो अंको की गणना करते है जब लोग कंप्यूटर के बारे में बाते करते है तो अधिकतर डिजिटल कंप्यूटर ही केंद्र बिंदु होता है। इस श्रेणी में वो कंप्यूटर आते है जो बाजार को चलते है , घरो का बजट तैयार करते है और अन्य सभी प्रकार के वे कार्य जो कंप्यूटर पर किये जा सकते है कर सकते है। इसलिए अधिकतर कंप्यूटर डिज़िटल कंप्यूटर के श्रेणी में ही आते है। डिजिटल कंप्यूटर डाटा और प्रोग्राम को 0 और 1 में परिवर्तित करके उसको इलेक्ट्रॉनिक रूप में ले जाते है।

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हाइब्रिड कम्प्यूटर (Hybrid Computer)

ये कंप्यूटर अनेक गुणों से युक्त होते है इसलिए इन्हें हाइब्रिड कंप्यूटर कहा जाता है। इन कंप्यूटर्स में एनालॉग कंप्यूटर और डिजिटल कंप्यूटर दोनों के ही गुण विधमान होते है। ये कंप्यूटर अधिक विश्वशनीय होते है। उदहारण के लिए जब कंप्यूटर की एनालॉग डिवाइस किसी रोगी के लक्षणों जैसे तापमान या रक्तचाप आदि को मापती है तो ये माप बाद में डिजिटल भागो के द्वारा अंको में बदल दी जाती है। इस प्रकार से किसी रोगी के स्वास्थ्य में आये उत्तर चढ़ाव का तुरंत सही पता चल जाता है।

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(2) उद्देश्यों के आधार पर कंप्यूटर का वर्गीकरण (Type of Computers based on Purpose)

उद्देश्यों के आधार पर कंप्यूटर को हम दो भागो में बात सकते है।

(A) सामान्य उद्देश्य कंप्यूटर (General Purpose Computer)

(B) विशिष्ठ उद्देश्य कम्प्यूटर (Special Purpose Computer)


सामान्य उद्देश्य कंप्यूटर (General Purpose Computer)

इन कंप्यूटर्स में अनेक प्रकार के कार्य करने की क्षमता होती है लेकिन ये सभी कार्य सामान्य होते है किसी विशेष प्रकार के नहीं होते है। जैसे वर्ड प्रोसेसिंग से (Word Processing) लेटर लिखना। Document तैयार करना। दस्तावेजो को छापना , डाटाबेस बनाना। इन कंप्यूटर में लगे हुए C.P.U. की क्षमता भी काम होती है। इन कंप्यूटर में हम किसी विशिष्ट उद्देश्य के लिए कोई स्पेशल डिवाइस नहीं जोड़ सकते है। क्योकि इन की C.P.U. की कार्यक्षमता बहुत काम होती है।  इसलिए इन्हें केवल सामान्य उद्देश्य के लिए ही उपयोग किया जा सकता है।


विशिष्ठ उद्देश्य कम्प्यूटर (Special Purpose Computer) 

इन कम्प्यूटर को किसी विशेष कार्य के लिए बनाया जाता है इन कंप्यूटर के C.P.U. की क्षमता उस उस कार्य के अनुरूप होती है। जिस कार्य के लिए इस कंप्यूटर को बनाया जाता है। अगर इन कंप्यूटर एक से ज्यादा C.P.U. की आवश्यकता होती है तो इन कंप्यूटर की रचना अनेक C.P.U. वाली कर दी जाती है। जैसे - संगीत संपादन करने के लिए स्टूडियो में लगाया जाने वाला कंप्यूटर विशिष्ट प्रकार का कंप्यूटर होता है। इस कंप्यूटर में संगीत से सम्बंधित उपकरणों को जोड़ा जा सकता है।

इसके आलावा इन कंप्यूटर का प्रयोग आने क्षेत्रो में किया जाता है जैसे - अंतरिक्ष विज्ञानं ,मौसम विज्ञानं ,युद्ध के क्षेत्र , उपग्रह संचालन में ,चिकित्सा के क्षेत्र में, भौतिक रसायन में , यातायात नियंत्रण में ,समुन्दर विज्ञानं में , कृषि विज्ञानं में , इंजीनरिंग आदि क्षेत्रो में इन कंप्यूटर का प्रोयग किया जाता है।  


(3) आकार के आधार पर कंप्यूटर का वर्गीकरण (Types of Computers based on Size) 

 आकर के आधार पर कंप्यूटर को निम्नलिखित भागो में बाटा गया है।

              


 
  

(A)सुपर कंप्यूटर (Super Computer)

ये कंप्यूटर अन्य सभी श्रेणियों के कंप्यूटर की तुलना में सबसे बड़े , सबसे अधिक संग्रह क्षमता वाले , सबसे अधिक गति वाले होते है। इन कंप्यूटर्स में अनेक C.P.U. समान्तर क्रम में कार्य करते है। इस क्रिया को Parallel Processing कहते है। सुपर कम्प्यूटर नॉन-वॉन न्यूमेन सिद्धान्त (Non-Von Neumann Concept) के आधार पर तैयार किये जाते है सुपर कंप्यूटर में अनेक ए०एल०यू० (A.L.U.), सी० पी० यू० (C.P.U.) का एक भाग होता है। इनमे प्रत्येक ALU एक निश्चित कार्य के लिए होता है। सभी ALU एक समान्तर क्रिया करते है। सुपर कंप्यूटर्स का प्रयोग बड़े वैज्ञानिक और शोध प्रयोगशालाओ में शोध कार्यो में होता है, अंतरिक्ष यात्रा के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजना, मौसम की भविष्यवाणी करना, उच्च गुणवत्ता की एनीमेशन वाले चित्रो का निर्माण करना। इन सभी कार्यो में की जाने वाली गणना व प्रक्रिया जटिल व उच्चकोटि की शुद्धता वाली होती है। जिन्हें केवल सुपर कंप्यूटर ही कर सकता है। भारत के पर PARAM नाम का सुपर कंप्यूटर है। जिसे भारत के वेज्ञानिको ने भारत में ही तैयार किया है। परम कंप्यूटर का विकसित रूप PARAM-10000 है।  इसके आलावा अन्य सुपर कंप्यूटर भी है जैसे - CRAY-2, CRAY XMP-24 और NEC-500.

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(B) मेनफ्रेम कम्प्यूटर (Mainframe Computer)

मेनफ्रेम कंप्यूटर आकर में बहुत छोटे होते है। तथा इनकी भण्डारण क्षमता भी अधिक होती है। इनमे अधिक मात्रा में बहुत ही तीव्र गति से डाटा को प्रेसेस करने की क्षमता होती है। इसलिए इनका प्रयोग बड़ी कंपनियों, बैंको , सरकरी विभागों में केंद्रीय कंप्यूटर के रूप में किया जाता है। ये कंप्यूटर 24 घंटे कार्य कर सकते है। इन कॉम्प्यूटेस पर सेकड़ो यूज़र्स एक साथ कार्य कर सकते है। मेनफ्रेम कंप्यूटर को एक नेटवर्क या माइक्रो कंप्यूटरो के साथ आपस में जोड़ा जा सकता है। इन कंप्यूटर्स का प्रयोग विभिन्न कार्यो की लिए किया जा सकता है। जैसे - उपभोग्ताओ द्वारा खरीद का ब्यौरा रखना, भुगतानों का ब्यौरा रखना , बिलो को भेजना ,नोटिस भेजना , कर्मचारियों का भुगतान करना , टेक्स का विस्तृत ब्यौरा रखना आदि। कुछ मेनफ्रेम कंप्यूटरो की नाम है - IBM 4381, ICL39 Series और  CDC Cyber Series

(phpotos)



(C) मिनी कम्प्यूटर (Mini Computer)

सबसे पहला मिनी कंप्यूटर पीडीपी-८ (PDP-8) एक रेफ्रिजरेटर के आकर का था जिसकी कीमत 18000 डॉलर थी जिसे डी.ई.सी. (DEC - Digital Equipment Corporation) ने 1965 में तैयार किया था। ये कम्प्यूटर माध्यम आकर के कंप्यूटर होत्ते है। ये कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर की तुलना में अधिक कार्यक्षमता वाले होते है। मिनी कंप्यूटर की कीमत माइक्रो कंप्यूटर से अधिक होती है। इन कंप्यूटर्स की व्यक्तिगत रूप से नहीं ख़रीदा जा सकता है। इन कंप्यूटर्स को छोटे और माध्यम आकर की कंपनिया प्रयोग में लेती है। इन कंप्यूटर पर एक साथ एक से अधिक व्यक्ति कार्य कर सकते है। मिनी कंप्यूटर्स में एक से अधिक C.P.U. होते है। इन कंप्यूटर्स के स्पीड माइक्रो कंप्यूटर से अधिक लेकिन मेनफ्रेम कंप्यूटर से कम होती है। माध्यम स्तर की कंपनियों में मिनी कंप्यूटर ही प्रयोग होते है। पार्टी व्यक्ति माइक्रो कंप्यूटर की अपेक्षा मिनी कंप्यूटर कंपनी में केंद्रीय कंप्यूटर के रूप में कार्य करता है। और इससे कंप्यूटर के संसाधनों का साझा हो जाता है। मिनी कंप्यूटर के उपयोग यातायात में यात्रियों के आरक्षण के लिए आरक्षण प्रणाली , बैंको में बैंकिंग के लिए , कर्मचारियों के वेतन के लिए पेरोल तैयार करना, वितीय खातों का रखरखाव रखना आदि। 




(D) माइक्रो कंप्यूटर (Micro Computer)

कंप्यूटर तकनीक के क्षेत्र में 1970 के दसक में एक बहुत बड़ा अविष्कार हुआ।  ये अविष्कार था माइक्रो प्रोसेसर का इस अविष्कार के साथ ही एक सस्ती और अच्छी कंप्यूटर प्रणाली बनना सम्भव हुआ। इस प्रकार निर्मित कंप्यूटर एक डेस्क पर या एक ब्रीफकेश में भी रखा जा सकता था। इन छोटे कंप्यूटर को ही माइक्रो कंप्यूटर कहते है। माइक्रो कंप्यूटर कीमत में काम और आकर में छोटे होते है। इन कंप्यूटर को व्यक्तिगत उपयोग के लिए घर या बाहर किसी भी कार्य क्षेत्र में लगाया जा सकता है। इन कंप्यूटर्स को पर्सनल कंप्यूटर (Personal Computer ) या P.C. भी कहते है। माइक्रो कंप्यूटर का व्यापर में बहुत महत्व है व्यापर बड़ा हो या छोटा ये हर प्रकार के व्यापर में प्रयोग किये जाते है। छोटे व्यापार में ये किये गए कार्य का ब्यौरा रखते है , पत्र व्यवहार के लिए पत्र तैयार करता है। उपभोग्ताओ के लिए बिल बना सकते है , एकाउंटिंग में प्रयोग कर सकते है , बड़े व्यापार में Word Processing और फाइलिंग प्रणाली के संचालन में उपयोगी है। माइक्रो कंप्यूटर में एक ही C.P.U. लगा होता है। आज वर्तमान में माइक्रो कंप्यूटर का विकास बहुत तेजी से हो रहा है। जिसके परिणाम सवरूप आज माइक्रो कंप्यूटर एक पुस्कत के आकर , फोन के आकर , और यहाँ तक की एक घडी के आकर में भी आने लगे है। 



 



कंप्यूटर की पीढ़ी (Generation of Computer)


 Generation of Computer  

 कंप्यूटर की पीढ़ी. मनुष्य के जैसा कंप्यूटर का भी अपना पीढ़ी होता है| प्रत्येक पीढ़ी में computer के field में कुछ ना कुछ नया चीज का आविष्कार हुआ| सन् 1940 से कंप्यूटर का journey शुरू होता है| सन् 1940 में Vacuum Tubes का आविष्कार हुआ था| इसी प्रकार computer के क्षेत्र में हमेशा नया नया टेक्नोलॉजी का आविष्कार किया गया| अभी तक कंप्यूटर को कुल पाँच पीढ़ी में वर्गीकृत किया गया है| Five Generation of Computer in Hindi.

कंप्यूटर की पीढ़ी (Generation of Computer)

First Generation (1940 – 1956)
Second Generation (1956 – 1963)
Third Generation (1964 –  1971)
Fourth Generation (1971 – 1980)
Fifth Generation (Present and Beyond)

(1) कंप्यूटर की पहली पीढ़ी  (First Generation of Computer)
            पहली पीढ़ी के कंप्यूटर में Vacuum Tubes का इस्तेमाल किया जाता था| 1940 से 1956 के बीच First generation का computer का इस्तेमाल होता था| First Generation  का successful electronic computer ENIAC था जो की J. P. Eckert और J. W. Mauchy के द्वारा develop किया गया था| ENIAC का full form “Electronic Numeric Integrated And Calculator” है|
       
 ENIAC बहुत ही बड़ा computer था जिसका वजन 30 टन के करीब था| यह limited data को ही store कर पाता था| ENIAC के समाप्त होने से पहले ही Von Neumann ने EDVAC को design किया| यह binary number system के base पर work करता था| EDVAC का फुल फॉर्म “Electronic Discrete Variable Automatic Computer” है| प्रथम जनरेशन के कंप्यूटर बहुत ही ज्यादा गर्मी प्रदान करते थे जिसे cool रखने के लिए Air Conditioners (AC) की आवश्यकता पडती थी|
        
प्रथम जनरेशन के कंप्यूटर बहुत ही ज्यादा power का उपयोग करते थे| यह बहुत बड़ा होने के कारण एक जगह से दुसरे जगह नहीं ले जाया जा सकता था| प्रथम जनरेशन में कई तरह के कंप्यूटर का निर्माण हुआ जो की इस प्रकार है: ENIAC, EDVAC, EDSAC (Electronic delay storage automatic calculator ), UNIVAC (Universal Automatic Computer).

(2) कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी  (Second Generation of computer ) 
        कंप्यूटर के second generation में Vacuum Tubes की जगह Transistors का उपयोग होता था| Transistors Vacuum Tubes के अपेक्षा काफी छोटा था जिसके कारण इसे एक जगह से दुसरे जगह ले जाया जा सकता था मतलब की यह portable था| इस जनरेशन का कंप्यूटर भी गर्मी प्रदान करते थे लेकिन First generation computer के अपेक्षा यह कम गर्मी प्रदान करता था| इसे भी ठंडा रखने के लिए AC (Air Conditioner) की आवश्यकता पड़ती थी|

Second Generation computer की अवधि 1956 से 1963 तक चला| Second generation में भी कई प्रकार के computer develop किये गए जो की इस प्रकार हैं: IBM, CDC, Honeywell, Univac 1108 etc.

(3) कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी  (Third Generation of Computer)
कंप्यूटर के तीसरी पीढ़ी में I.C. (Integrated Circuits) का उपयोग किया जाता था| Third Generation कंप्यूटर की अवधी 1964 से 1971 तक चला| I.C एक small devices होता है जिसमें computer बनाने के लिए हजारो Transistors, Resistance और others electronic devices लगे हुए होते हैं| I.C का आविष्कार Robert Noyce और Jack Kilby के द्वारा किया गया था|

इस Generation के computers First and Second generation computer के अपेक्षा बहुत ही छोटे होते हैं और इसमें storage capacity भी बहुत ज्यादा होती है इसके साथ साथ यह calculation को बहुत ही फास्ट perform करता है| इस जनरेशन के कंप्यूटर बहुत ही कम power का इस्तेमाल करते हैं यानि की बहुत ही कम power खपत करते हैं| यह बहुत ही ज्यादा विश्वसनीय (Reliable) था| इस generation के computers को mini computer भी कहा जाता है| इसका cost भी बहुत कम होता है जिसके कारण इस generation के computer widely use होते थे जैसे business में, industrial area में|

इस generation में भी बहुत प्रकार के devices का आविष्कार हुआ था जो की इस प्रकार हैं: PDP-8, PDP-11, ICL 2900, IBM 360, IBM 370 etc.

 (4) कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी (Fourth Generation computer) 
कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी में Micro Processor (माइक्रो प्रोसेसर) का उपयोग किया जाता है| इस generation का computer अभी हमारे computer में use होता है| Micro Processor एक single chip होता है जिसका उपयोग computer में Arithmetical और logical calculation को perform करने के लिए किया जाता है| U.S.A के Ted Hoff के द्वारा Micro Processor का आविष्कार किया गया था, उन्होंने सबसे पहला micro processor Intel 4004 को develop किया था और वो Intel corporation के लिए काम कर रहे थे|

कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी की अवधी 1971 से 1980 तक चला. हालाँकि आज भी computer में Micro processor का ही इस्तेमाल होता है| इस जनरेशन के computer को network के द्वारा एक दुसरे से जोड़ा जा सकता है| इस generation के computers बहुत ही छोटे और बहुत ही fast performance वाले होते हैं, इस generation के computer बहुत ही कम गर्मी प्रदान करते थे इसलिए इन्हें A.C की आवश्यकता नहीं पडती थी| इस Generation में High level language को develop किया गया था जैसे C, C++.

इस generation के computer V.L.S.I (Very Large Scale Integrated) Technology का उपयोग करते थे, इसलिए इसे Micro processor के नाम से भी जाना जाता था| इस generation में सबसे पहला Personal Computer (PC) IBM Company के द्वारा develop किया गया था|

 (5) कंप्यूटर की पाँचवी पीढ़ी (Fifth Generation computer)
यह generation computer का present generation है| इस generation के computer ULSI (Ultra Large Scale Integrated) technology पर आधारित हैं| इसमें Artificial Intelligence (कृत्रिम होशियारी / बुद्धि) को develop किया जा रहा है जिसमें खुद से सोचने समझने की शक्ति होगी| यह नेचुरल language (किसी भी प्रकार का language) input respond करेगा मतलब की जिस प्रकार यूजर का input होगा उस प्रकार का output provide करेगा|

इस generation के computer को इस तरह बनाया जा रहा है ताकि वो अपने आप कार्य कर सके, उसे चलाने के लिए किसी end user की आवश्यकता ना पड़े| अभी Google Assistant, Windows Cortana इसके उदहारण हैं| इस generation की अवधी 1981 से अभी तक है| इसमें input method के लिए high level language का इस्तेमाल किया जाता है जैसे Python, C#, Java, R, etc.

Saturday, September 12, 2020

कंप्यूटर क्या है? (COMPUTER FUNDAMENTAL)


 कंप्यूटर एक इलेक्ट्रोनिक डिव्हाइस  है जो आपको किसी भी प्रकार के कार्य को करने की अनुमति देता है, लेकिन कंप्यूटर को यह जानना आवश्यक है कि उस कार्य को कैसे किया जाए। वह कार्य बहुत ही कम समय में पूरा होता है। कंप्यूटर का मुख्य कार्य बड़ी मात्रा में जानकारी संग्रहीत करना है, इसे संसाधित करना और इसे आवश्यकतानुसार उपयोगकर्ता को उपलब्ध कराता है।

        *कंप्यूटर का उपयोग*                                            * कंप्यूटर विशेषताएं*

(1) ई-बैंकिंग - E-banking                                        (1) Speed - गति

(2) ई-लर्निंग - E-learning                                        (2) Storage Capacity  - भंडारण क्षमता

(3) ई-कॉमर्स - E-commerce                                   (3) Automatic - स्वचालित

(4) कृषि - Agriculture                                            (4) Versatility -  विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग

(5) अनुसंधान और विकास आदि - Agriculture         (5) Diligence - सतत कार्यरत लगन




कंप्यूटर के प्रकार Types of Computers

  कम्प्यूटर का वर्गीकरण (Classification of Computer) कंप्यूटर का प्रत्यक्ष रूप से सीधा वर्गीकरण (Direct Classification ) करना बहुत ही मुश्कि...